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अंडाशय का कैंसर

जाने, महिलाएं क्यों नहीं पहचान पाती?

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अंडाशय का कैंसर (Ovarian Cancer) एक गंभीर बीमारी है जो अंडाशय को प्रभावित करता है। अंडाशय दो छोटे अंग होते हैं जो गर्भाशय के दोनों ओर स्थित होते हैं और अंडाणु तथा हार्मोन जैसे एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन का निर्माण करते हैं। अंडाशय के कैंसर को समझना और इसके प्रकार, कारण, लक्षण और जांच के तरीकों के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है। समय पर पहचान और सही इलाज से इलाज के परिणाम बेहतर हो सकते हैं।

सारांश

अंडाशय का कैंसर तब होता है जब अंडाशय की कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और एक ट्यूमर बनाती हैं, जो शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल सकता है। यह अक्सर हल्के लक्षणों के साथ दिखाई देता है, जिससे शुरुआत में पहचान करना कठिन हो जाता है। इलाज के विकल्पों में सर्जरी, कीमोथेरेपी, और कुछ मामलों में लक्षित चिकित्सा, कैंसर के स्टेज के हिसाब से शामिल हैं।
अंडाशय का कैंसर उम्र, पारिवारिक इतिहास, जीन में बदलाव (जैसे BRCA1 और BRCA2), और कुछ जीवनशैली के कारण हो सकता है। हार्मोन चिकित्सा और प्रजनन समस्याओं का इतिहास भी जोखिम बढ़ा सकते हैं।
सामान्य लक्षणों में लगातार सूजन, पेट या पैल्विक में दर्द, खाने में कठिनाई या जल्दी भरा हुआ महसूस होना, और बार-बार पेशाब आना शामिल हैं। ये लक्षण अक्सर अस्पष्ट होते हैं, जिससे निदान में देरी हो सकती है।
अंडाशय का कैंसर पैल्विक परीक्षण, इमेजिंग टेस्ट (जैसे अल्ट्रासाउंड या सीटी स्कैन), और रक्त परीक्षण (जिसमें CA-125 मार्कर टेस्ट भी शामिल है) से निदान किया जाता है। जल्दी पहचानने से जीवित रहने की संभावना बढ़ सकती है।
अंडाशय का कैंसर

तथ्य (Facts)

और जानें (Know More)

लक्षण (Symptoms)

कारण (Causes)

निदान (Diagnosis)

उपचार (Treatments)

उपचार विकल्प और परिणाम तालिका

अंडाशय के कैंसर का उपचार कई पहलुओं पर निर्भर करता है, जैसे कैंसर का चरण, रोगी की समग्र स्वास्थ्य स्थिति, और ट्यूमर की विशेषताएँ। नीचे अंडाशय के कैंसर के उपचार के सामान्य विकल्पों की तालिका दी गई है, जिसमें उनके उद्देश्य, प्रभावशीलता, और संभावित दुष्प्रभावों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है। यह तालिका मरीजों और स्वास्थ्य पेशेवरों को सर्वोत्तम उपचार विकल्प का चुनाव करने में सहायता कर सकती है।
उपचार विकल्प विवरण उद्देश्य प्रभावशीलता दुष्प्रभाव
सर्जरी (Oophorectomy) अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब्स और अन्य प्रभावित अंगों को हटाना कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करना और कैंसर के फैलाव को रोकना स्थानीय कैंसर के लिए प्रभावी दर्द, संक्रमण, रक्तस्राव, हार्मोनल परिवर्तन
कीमोथेरेपी कैंसर कोशिकाओं को मारने या ट्यूमर को सिकोड़ने के लिए दवाओं का उपयोग ट्यूमर के आकार को कम करना या कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करना कुछ मामलों में प्रभावी, खासकर जब सर्जरी संभव नहीं हो मितली, थकान, बालों का झड़ना, इम्यून सिस्टम का दबाव
लक्षित चिकित्सा कैंसर कोशिकाओं को प्रभावित करने वाले विशिष्ट अनुयों को निशाना बनाना कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकना कुछ मामलों में प्रभावी दस्त, थकान, त्वचा समस्याएँ
हॉर्मोन चिकित्सा हॉर्मोन-संवेदनशील ट्यूमर की वृद्धि को रोकना हॉर्मोन-संवेदनशील ट्यूमर के आकार को छोटा करना प्रभावी जब कैंसर हॉर्मोन-प्रेरक होता है गर्मी का एहसास, मूड स्विंग्स, थकान
इम्यूनोथेरेपी शरीर की इम्यून प्रणाली को कैंसर के खिलाफ मजबूत करना कैंसर कोशिकाओं के खिलाफ शरीर की प्राकृतिक प्रतिक्रिया को बढ़ाना कुछ मामलों में प्रभावी थकान, इम्यून-संबंधी दुष्प्रभाव, रैशेज
रेडिएशन थेरेपी कैंसर कोशिकाओं को लक्षित करने और सिकोड़ने के लिए उच्च-ऊर्जा किरणों का उपयोग कैंसर के स्थानीय फैलाव को नियंत्रित करना कम सामान्य रूप से उपयोग की जाती है त्वचा में जलन, थकान, मितली
क्लिनिकल ट्रायल्स नए उपचार विकल्पों का परीक्षण नए उपचार और दवाओं की प्रभावशीलता को समझना मरीजों को नई दवाइयों और उपचार का फायदा हो सकता है दुष्प्रभाव का अनुभव, उपचार के परिणामों में भिन्नता

अपने डॉक्टर से पूछने के लिए प्रश्न

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

सामान्य लक्षणों में पेट में सूजन, पैल्विक दर्द, खाने में कठिनाई, और पेशाब में बदलाव शामिल हैं, लेकिन ये लक्षण अन्य बीमारियों से भी मिल सकते हैं।

अंडाशय के कैंसर का निदान पैल्विक जांच, रक्त परीक्षण (जैसे CA-125), अल्ट्रासाउंड, और कभी-कभी बायोप्सी या CT स्कैन से किया जाता है।

अंडाशय के कैंसर का उपचार आमतौर पर सर्जरी से ट्यूमर हटाने के बाद कीमोथेरेपी, लक्षित चिकित्सा, या हार्मोनल थेरेपी से किया जाता है, जो कैंसर के प्रकार और लक्षणों पर निर्भर करता है।

हालांकि अंडाशय का कैंसर पूरी तरह से नहीं रोका जा सकता, लेकिन आनुवांशिक परामर्श, जल्दी पहचान, और जोखिम घटक (जैसे मोटापा) को कम करने से इसके जोखिम को घटाया जा सकता है।

जीवित रहने की दर निदान के समय के चरण पर निर्भर करती है; शुरुआती चरणों में कैंसर का इलाज ज्यादा प्रभावी होता है, जबकि उन्नत चरणों में जीवित रहने की दर कम होती है।

जोखिम कारकों में पारिवारिक इतिहास, उम्र, हार्मोनल चिकित्सा, एंडोमेट्रियोसिस, और BRCA1 और BRCA2 जैसे जीन उत्परिवर्तन शामिल हैं, जो अंडाशय के कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।

हाँ, अंडाशय का कैंसर उपचार के बाद फिर से हो सकता है, खासकर अगर कैंसर उन्नत चरण में था। नियमित फॉलो-अप से इसका जल्दी पता चल सकता है।

उपचार, खासकर सर्जरी और कीमोथेरेपी, प्रजनन क्षमता पर असर डाल सकते हैं, लेकिन अंडाणु जमाने और प्रजनन संरक्षण के विकल्प मौजूद हैं, जिन पर इलाज शुरू करने से पहले चर्चा की जा सकती है।

कुछ वैकल्पिक उपचार लक्षणों को बेहतर कर सकते हैं, लेकिन इन्हें पारंपरिक उपचार जैसे सर्जरी और कीमोथेरेपी के स्थान पर नहीं अपनाना चाहिए। किसी भी वैकल्पिक उपचार को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

आनुवांशिक परीक्षण परिवार के सदस्यों में अनुवांशिक जोखिम कारकों, जैसे BRCA उत्परिवर्तन, को पहचानने में मदद करता है, जो व्यक्तिगत उपचार और संभावित रोकथाम विकल्पों का मार्गदर्शन कर सकता है।

Dr Swati Shah

डॉ. स्वाति शाह

MS, DrNB (Surgical Oncology)

डॉ. स्वाति शाह अहमदाबाद की एक प्रसिद्ध रोबोटिक यूरो और गाइनिक कैंसर सर्जन हैं। उनके पास 15+ साल का व्यापक अनुभव पेल्विक ऑनकोसर्जरी में और 10+ साल का अनुभव रोबोटिक सर्जरी में है। वह किडनी, ब्लैडर, प्रोस्टेट, गर्भाशय, अंडाशय और अन्य पेल्विक अंगों के कैंसर का इलाज करती हैं।

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